उत्तराखंड समाचार: स्कूल की बताई दुकान से नहीं खरीदे छात्रों ने मोजे, नाराज कराटे के शिक्षक ने बच्चों को पीटा
सीईओ के निर्देश पर बीईओ राजेंद्र सिंह ने शिकायतकर्ता के बयान को दर्ज किया है, और इसकी जांच रिपोर्ट CEO को सौंपी जाएगी। वहीं, प्रधानाचार्य दिनेश दीपक का कहना है कि आरोप निराधार है।
मॉम्स प्राइड स्कूल से एक मामला सामने आया है, जहां स्कूल की बताई दुकान से मौजे नहीं खरीदने पर तीन छात्रों को क्लास के बाहर खड़ा कर दिया गया। इसकी शिकायत सुनील रस्तोगी ने जिलाधिकारी से की है। उन्होंने अपने ज्ञापन में कहा कि उनके तीन बच्चे मॉम्स प्राइड स्कूल में पढ़ते हैं, और स्कूल से निर्धारित दुकान से मौजे नहीं खरीदने पर उनके छात्रों को क्लास के बाहर खड़ा किया जा रहा था।
एक दुकान से मौजे खरीदने पर छात्रों को पीटा गया
स्कूल की ओर से तय दुकान में एक जोड़ी मौजे 90 रुपए में मिल रहे थे। जबकि, दूसरी दुकान से 90 रुपये में तीन जोड़़ी मौजे खरीदे और उसे पहनाकर बच्चों को स्कूल भेजा। लेकिन, इससे नाराज होकर शनिवार सुबह संगीत और कराटे के शिक्षकों ने 7वीं में पढ़ने वाले बेटे अंगद की पिटाई की। उनके बेटे ने कराटे और संगीत के विषय नहीं लिए हैं।
डीएम ने सीईओ को मामले की सौंपी जांच
शिकायत करने पर प्रधानाचार्य ने टीसी काटकर बाहर करने की बात कही। सुनील रस्तोगी की शिकायत पर डीएम ने सीईओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने कहा कि, इस मामले में जांच के लिए सीईओ को आदेश दिया गया है। वह जांच कर रिपोर्ट देंगे। अगर जांच में स्कूल की लापरवाही उजागर हुई तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानाचार्य ने आरोप बताए निराधार
सीईओ के निर्देश पर बीईओ राजेंद्र सिंह ने शिकायतकर्ता के बयान को दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट तैयार है, और इसे सीईओ को सौंपा जाएगा। मामले में प्रधानाचार्य दिनेश दीपक का कहना है कि आरोप निराधार है। तीनों बच्चों की छह महीने की फीस जमा नहीं हुई है, और बच्चे निर्धारित ड्रेस पहनकर नहीं आते हैं। बच्चों को टोकने पर उनके पिता ने स्कूल में आकर शिक्षकों से अभद्रता की।