उत्तराखंडराजनीति

अंकिता भंडारी हत्याकांड: कांग्रेस की महिला नेत्रियों के केश उतरने से प्रदेश में राजनीतिक गरमाहट

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बयान से बवाल छिड़ गया है। कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सनातन धर्म की जानकारी नहीं है। वह अपनी पार्टी के काले कारनामों को छुपाने के लिए छोटा मुंह, बड़ी बात कह रहे हैं।

अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कांग्रेस की महिला नेत्रियों के केश उतरने से प्रदेश में राजनीतिक गरमाहट

प्रदेश में हाल ही में हुई अंकिता भंडारी हत्याकांड के मामले में कांग्रेस पार्टी की महिला नेत्रियों ने अपने केश (बाल) काटने का फैसला किया है। यह फैसला प्रदेश में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है, जिसकी शुरुआत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान के साथ हुई। इसके परिणामस्वरूप, कांग्रेस पार्टी ने भी अपने स्टैंड को पलट दिया है।

भाजपा के महेंद्र भट्ट के बयान के बाद कांग्रेस ने किया पलटवार

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने अंकिता भंडारी हत्याकांड के मामले में सनातन धर्म की जानकारी नहीं होने पर कांग्रेस पार्टी के सदस्यों को आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेत्रियों को सरकार को चेताने के लिए महिला नेत्रियों के बाद अब अपने केश दान करके प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भेजना चाहिए। उनका दावा था कि सनातन धर्म के तहत केश दान करना उनके अज्ञान को दिखाता है।

महिला नेत्रियों के केश दान से जुड़ते हुए कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा प्रश्न

कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से वार्ता में पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान का कड़ा आलोचना किया और कहा कि भाजपा के महेंद्र भट्ट को सनातन धर्म की सामर्थ्य नहीं है। वह अपनी पार्टी के काले कारनामों को छुपाने के लिए बड़ी बातें कर रहे हैं। कांग्रेस नेत्रियों के केश दान को सनातन धर्म से जोड़कर अपने अज्ञान का परिचय देने का दावा कर रहे हैं।

गोदियाल ने कहा कि जब यूपीए सरकार में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने की बात आई थी, तब उन्हीं की पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री रहीं सुषमा स्वराज ने सोनिया के पीएम बनने पर अपने बाल कटवाने की शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि महिलाओं का केश दान करना, सनातन संस्कृति का हिस्सा रहा है।

महिला आरक्षण बिल और न्याय की मांग: सरकारों के बीच सीधा प्रश्न

कांग्रेस अगर इस मामले में राजनीति कर रही है, तो भाजपा सरकार विपक्ष के सवालों का जवाब क्यों नहीं देती। गोदियाल ने इस मामले में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष के बयान की भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि उन्हें उत्तराखंड की बेटी को न्याय दिलाने के लिए पार्टी लाइन से इतर आगे आकर अंकिता के लिए न्याय की मांग करनी चाहिए।

महिला आरक्षण बिल आधी आबादी के साथ धोखा

गोदियाल ने कहा कि मोदी सरकार का महिला आरक्षण बिल पूर्व के जुमलों की तरह एक शिगूफा है। अगर उनकी नीयत साफ है तो इसे तुरंत लागू क्यों नहीं करती। भाजपा ने ऐसा नहीं करके आधी आबादी के साथ धोखा किया है। गोदियाल ने कहा सहकारिता विभाग में भर्ती घोटाले की रिपोर्ट जांच समिति ने सरकार को सौंप दी है और उन्हें पता चला है कि यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री तक पहुंच गई है। उन्होंने रिपोर्ट को तत्काल सार्वजनिक करते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

इस रूप में, अंकिता भंडारी हत्याकांड के मामले में राजनीतिक प्रतिद्वंद्व ने प्रदेश की सियासी मंच पर एक नयी जरा पेश की है, जो महिला नेत्रियों के केश दान के माध्यम से भी साक्षरता का संदेश देने का प्रयास कर रहा है।

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