उत्तराखंडक्राइम

देहरादून में भूमि घोटाले का खुलासा, 15 जुलाई को पंजीकृत अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया

मुंशी से बना बड़ा घोटालेबाज, फर्जी रजिस्ट्री घोटाले मामले में छोटा पंडित सहारनपुर से गिरफ्तार

Breaking- Land scam exposed in Dehradun, accused registered on July 15 arrested.

देहरादून, 5 अक्टूबर 2023: देहरादून में भूमि घोटाले का खुलासा। देहरादून में भूमि घोटाले की जांच के दौरान, पुलिस अधीक्षक संदीप श्रीवास्तव और जिलाधिकारी निबंधन ने 15 जुलाई को गठित समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात अभियुक्तों की गिरफ्तारी की है। इस घोटाले के सिलसिले में दिफ्फरेंट जिल्दों के कई भूमि विक्रय विलेख से जुड़े अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।

पूलिस टीम की जांच:

प्रकरण की विवेचना के लिए पुलिस अधीक्षक यातायात सर्वेश कुमार की अध्यक्षता में एस0आई0टी0 टीम का गठन किया गया है। इस टीम ने रिंग रोड से संबंधित 30 से अधिक रजिस्ट्रियों का अध्ययन किया है और सभी लोगों से पूछताछ की है। इस पूछताछ के दौरान कुछ प्रोपटी डीलरों के नाम प्रकाश में आए हैं, जिनके साथ गहन पूछताछ की जा रही है।

(देहरादून में भूमि घोटाले का खुलासा)

अब तक की जांच के फलस्वरूप:

इस जांच के फलस्वरूप, कई संदिग्धों के विभिन्न बैंक अकाउंट का भी अवलोकन किया गया है, जिसमें करोड़ों रुपयों का लेन-देन पाया गया है। इन लोगों द्वारा तैयार किए गए दस्तावेजों को रजिस्ट्रार कार्यालय से प्राप्त करने पर कई फर्जीवाड़े का होना भी प्रमाणित हुआ है।

गिरफ्तारियां:

इस प्रकरण में पूर्व में अभियुक्तगणों संतोष अग्रवाल, दीप चन्द अग्रवाल, मक्खन सिंह, डालचंद, वकील इमरान अहमद, अजय सिंह क्षेत्री, रोहताश सिंह, विकास पाण्डे, कुंवर पाल उर्फ के0पी0, कमल विरमानी, विशाल कुमार को गिरफ्तार किया गया है, जो वर्तमान में न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार में निरुद्ध हैं। (देहरादून में भूमि घोटाले का खुलासा)

अभियुक्त महेश चन्द का बयान:

अभियुक्त महेश चन्द ने बताया कि उन्हें के0पी0 ने पुराने खाली कागज और पुराने स्टाम्प मेरठ, दिल्ली से लाने के लिए कहा था। के0पी0 ने महेश चन्द से कहा कि वह डिस्प्यूटेड प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने का काम करना चाहते हैं, जिसमें उन्हें काफी मुनाफा हो सकता है।

फर्जी विलेख तैयार करने का काम:

के0पी0 के कहने पर, महेश चन्द ने करीब एक-डेढ़ महीना लगाकर पुराने कागजों की हूबहू नकल करके फर्जी विलेख तैयार करने का काम किया था। इसके बाद, इन फर्जी दस्तावेजों को असली दस्तावेजों की लिखावट में न करके, पुराने कागजों को फाड़कर के0पी0 जला देते थे।

इस गंभीर भूमि घोटाले के तहत, कई अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं, और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में विशेषज्ञ टीमों की जांच जारी है, और घोटाले के सभी पहलुओं की खोज की जा रही है।

यह खबर हमारे पाठकों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रकाशित की गई है और सच्चाई की जांच के लिए पुलिस की जांच की जा रही है।

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