Israel रक्षा बल (आईडीएफ) के साथ विदेशी पत्रकारों की गाजा पट्टी का सूरक्षा दौरा
इस्राइल ने अभी तक इस्राइली पत्रकारों के लिए नरसंहार स्थलों का दौरा आयोजित नहीं किया है, इससे यह पता चलता है कि इस्राइल विश्व राय को प्राथमिकता देता है।
इस्राइल(Israel) रक्षा बल (आईडीएफ) ने हमास आतंकियों द्वारा किये गए हमले के बाद कफार रजा में हुआ विनाश देखने के लिए विदेशी पत्रकारों को घटनास्थल पर ले गए। इन पत्रकारों को आईडीएफ सैनिकों की कंपनी के साथ रखा गया था।
विदेशी पत्रकारों का दौरा
इस घटना के बाद, विदेशी पत्रकारों ने कफार रजा का दौरा किया, जहां एक मंजिला घर इस बात का सबूत दे रही थी कि हमले कितने भयावह थे। आईडीएफ के प्रमुख ने पत्रकारों से कहा, ‘यह कोई युद्ध नहीं है। यह कोई युद्धस्थल भी नहीं है। आपलोग यहां बच्चे, उनके माता-पिता को उनके सुरक्षा कक्ष में देख सकते हैं। उन्हें आतंकवादियों ने कितनी दर्दनाक मौत दी है। यह युद्ध नहीं बल्कि हत्याकांड है।’
अद्वितीय गवाही
एक पत्रकार ने यह भी बताया, ‘यह कुछ ऐसा है, जिसे मैंने अपनी पूरी जिंदगी में नहीं देखा था। यह कुछ ऐसा है, जिसकी मैं यूरोप और अन्य स्थानों में अपनी दादी और दादा के बारे में कल्पना करता था।’ आईडीएफ कमांडर ने खुद बताया कि उन्हें 40 शिशुओं के शव भी मिले, जिनमें से कुछ के सिर भी काट दिए गए थे।
विदेशी पत्रकारों का महत्व
इस्राइल(Israel) ने अब तक इस्राइली पत्रकारों के लिए नरसंहार स्थलों का दौरा आयोजित नहीं किया है, लेकिन इससे यह पता चलता है कि इस्राइल विश्व राय को प्राथमिकता देता है।
सीमा पर नियंत्रण
मंगलवार को आईडीएफ ने बताया कि उन्होंने गाजा पट्टी के साथ सीमा पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। अभी भी आतंकियों के इस्राइल में छिपे होने की आशंका है, और इस कारण इस्राइली सेना उनका पता लगाने के लिए अभियान जारी रख रही है। सैनिकों ने किसुफिम में आतंकवादियों के साथ गोलीबारी की और सोमवार की रात पुलिस ने इजराइल के अंदर मिशमार हानेगेव के पास एक और आतंकवादी संदिग्ध को मार गिराया।
इस घटना के माध्यम से सारे विश्व को यह दिख रहा है कि आतंकवाद की खिलाफ़ जिन्दगी की मूल भिन्नता को साबित करने का संकेत दिया जा रहा है, जो सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण धारा है।